[00:46.609]ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय।[00:52.677]वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव।[00:58.954]सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव।[01:05.297]अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ।[01:11.569]सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं[01:17.921]कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं[01:24.246]सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च।[01:30.641]वज्रि भव महासमय सत्त्व आः[01:38.248][01:49.743]ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय।[01:55.982]वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव।[02:02.317]सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव।[02:08.438]अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ।[02:14.739]सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं[02:21.258]कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं[02:27.573]सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च।[02:33.969]वज्रि भव महासमय सत्त्व आः[02:40.308]सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं[02:46.556]कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं[02:52.898]सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च।[02:59.221]वज्रि भव महासमय सत्त्व आः[03:05.641][03:30.816]सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं[03:37.092]कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं[03:43.402]सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च।[03:49.735]वज्रि भव महासमय सत्त्व आः[03:56.076]सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं[04:02.074]कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं[04:08.705]सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च।[04:15.044]वज्रि भव महासमय सत्त्व आः[04:25.892]ॐ वज्रसत्त्व हूं